अगर कोई मुझसे आज पूछे की क्या चाहिए जीवन में?
तो मेरे पास उसका एक ही जवाब है
“मुझे बस अफसोस नहीं करना किसी भी चीज का”
प्यार करना था, कर लिया
इस बीच दिल टूट भी गया, तो ठीक है
सपना जीना था, जी लिया
उसके बीच थोड़ा मर भी लिए, तो ठीक है
दोस्त बनाने थे, बनाए
नाम कमाना था, कमाया भी
इस बीच खुदको थोड़ा खो भी लिया, तो ठीक है
बस शिकवे नही चाहिएं
काश नही चाहिए
आखिर में जब ज़िंदगी की तरफ देखू तो सोचू
“कमाल की तो थी यार ये ज़िंदगी”
Leave a comment